सवाल पूछना गलत है क्या? 🤔
चित्र : कावेरी गोपालकृष्णन द्वारा बनाया, स्ट्टोरी वेेेेबर से लिया गया। सुबह के 3 बज रहे है और कुछ देर पहले एक वीडियो देखा जिसमें 2 कोविड के मरीजों को सड़क पर मरने के लिए छोड़ दिया गया। पुलिस खड़ी है पर सिर्फ तमाशा देख रही है और वीडियो पे यह ना लिखा हो की बिहार की है तो बिहार और किसी ओर राज्य में फर्क करना मुश्किल हो जाएगा। सिर्फ शहरो के नाम बदल रहे है पर हालात वहीं है हर जगह के। वैसे भी आज कोविद के मरीजों की हालत देख के तिलमिला जाते है पर ये तो हरोज़ होता था पहले और अब भी हो रहा है , अब से 4 महीने पहले भी ऐसे ही लोग गरीबी, बीमारी, भुखमरी से मर रहे थे। तब फर्क नहीं पढ़ा तो अब क्यों? क्यूंकि अब खुदपे बात आ गई? वैसे इन सब के ज़िम्मेदार आप सब खुद है और सबसे पहले तो वो गरीब खुद है जो पैसे या एक शराब की बॉटल के लिए अपना वोट बेच आ जाता है। उसे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन सरकार में आता है और कौन नहीं। जब आपको लगता है कि कोई वोट देने लायक नहीं तो नोटा को ही दबा आया कीजिए , इससे आपका वोट खराब नहीं हो रहा बल्कि आप बता रहे है सरकार को कि आपको यह उम्मीदवार पस...